ग्राम पंचायत ने शुरू किया अपना स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम

सरदारशहर। देश में इस समय सबसे बड़ी कोई समस्या है तो वो युवाओं को रोजगार देने की है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहे हैं। चुनावो में भी युवाओं को रोजगार देने का बड़ा मुद्दा बनता हैं । वही सरदारशहर तहसील की ग्राम पंचायत उड़सर लोडेरा ने एक नई पहल की है। जो अन्य पंचायतों के लिए एक सीख है। उड़सर लोडेरा ग्राम पंचायत की इस पहल की हर कोई सराहना कर रहा हैं।

उड़सर ग्राम पंचायत की पहल

गांव के युवाओं ने आईटी इंडस्ट्री में रोजगार मिल सके इसलिए शुरू किया स्किल डेवलपमेंट प्रोग्रामगांव के युवा आईटी इंडस्ट्री से जुड़कर कैरियर बना सके और उन्हें उन्हें रोजगार मिल सके इसके लिए ग्राम पंचायत उड़सर ने इसकी पहल की है। ग्राम पंचायत की ओर से शुरू किए गए स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत प्रतिवर्ष 20 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। वेबसाइट डिजाइन, वेबसाइट डेवलपर, मोबाइल ऐप डेवलपर, डिजिटल मार्केटिंग आदि का 6 माह का प्रशिक्षण होगा। करीब 5 साल तक चलने वाले प्रोग्राम में ग्राम पंचायत के 100 युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार मुहैया करवाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए ग्राम पंचायत की ओर से ऑनलाइन आवेदन पत्र भी आमंत्रित किए गए हैं।आवेदन भरने के बाद एक शार्ट टेस्ट के जरिए परीक्षार्थियों को चयन किया गया। इसके बाद इनको निशुल्क प्रशिक्षण सरदारशहर में दिया जा रहा हैं। इस वर्ष प्रशिक्षण के लिए 20 युवाओं का चयन किया जा चुका है। जो सरदारशहर की एक्सिस वेब आर्ट में प्रशिक्षण पा रहे हैं।12वीं पास युवा कर सकते हैं प्रशिक्षण के लिए आवेदन, कमजोर वर्ग को दी जा रही प्राथमिकताउड़सर ग्राम पंचायत सरपंच गुड्डी देवी सहारण ने बताया कि आईटी कंपनी एक्सिस वेब आर्ट के जरिए ग्राम पंचायत उड़सर के अधीन आने वाले उड़सर, भोलूंसर, भीमसर, पुनसीसर, भेभरबास गांव के 20 युवाओं को प्रतिवर्ष ट्रेनिंग दी जाएगी। 12वीं पास कर चुके युवा फॉर्म भर सकते हैं। आर्थिक रूप से कमजोर स्थिति वाले युवाओं को प्रशिक्षण में प्राथमिकता दी जाएगी। इस वर्ष दिसंबर से सरदारशहर में प्रशिक्षण शुरू किया गया है। जिसमें 20 युवाओं को प्रशिक्षण के लिए चयन किया गया है। ग्राम पंचायत क्षेत्र के युवा ऑनलाइन आवेदन कर निशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

प्रशिक्षण के बाद युवाओं को रोजगार दिलाने के किए जाएंगे प्रयास

एक्सिस वेब आर्ट से जुड़े धनपत सहारण ने बताया कि आईटी इंडस्ट्री में कई तहत की प्रोफाइल और एक्सपर्टीज की जरूरत होती है और उन्हीं को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग प्रोग्राम की ट्रेनिंग कराई जाएगी । ट्रेनिंग के बाद युवाओं को रोजगार मिल सके इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। ट्रेनिंग के बाद युवा खुद स्टार्टअप डाल सके इसके भी प्रयास किए जा रहे हैं। इस वर्ष के लिए मुख्य रूप से व्यवसायिक डिजाइनर ट्रेनिंग प्रोग्राम, व्यवसाय डेवलपर ट्रेनिग प्रोग्राम, मोबाइल एप डेवलपर ट्रेनिंग प्रोग्राम, डिजिटल मार्केटिंग ट्रेंनिंग प्रोग्राम में युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

ऐसे शुरू हुई योजना

गांव के युवा व सामाजिक कार्यकर्ता धनपत सहारण जब गुडग़ांव में एक आईटी कंपनी में काम करते थे। तब उन्होंने देखा कि हमारे क्षेत्र के कोई भी युवाइस आईटी सेक्टर में नहीं है। जबकि इस क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। ऐसे में उन्होंने सोचा कि अब अपने गांव में जाकर गांव के युवाओं को आईटी क्षेत्र में लाने के लिए प्रयास करूंगा और इसी कड़ी में उन्होंने गांव के सरपंच प्रतिनिधि भागीरथ से बात की और उन्हें अपनी कार्य योजना बताई। इस पर उन्होंने सहमति जताते हुए युवाओं को रोजगार को ध्यान में रखते हुए धनपत सहारण का हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। और तभी से स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू करने का प्रयास सुरू हुआ जो अब सफल होता हुआ दिखाई दे रहा है। गांव के युवा उत्साह पूर्वक इस ट्रेनिंग में भाग ले रहे हैं। गौरतलब है कि अब तक डेढ़ सौ के करीब बच्चों को धनपत सहारण आईटी सेक्टर से जोड़ चुके हैं। सहारण ने बताया कि जो बच्चे पहले दूध बेचा करते थे या फिर चौकीदारी का काम करते थे। उन्हें उसने इस सेक्टर में लाने का प्रयास किया और खुशी इस बात की है कि अब वही बच्चे अच्छे अच्छे पैकेजो के ऊपर बड़ी बड़ी आईटी कंपनियों में काम कर रहे हैं।

ग्राम पंचायत की इस पहल की हर कोई कर रहा है तारीफ

युवाओं को रोजगार देने के लिए की गई ग्राम पंचायत की इस पहल की हर कोई तारीफ कर रहा है। प्रधान प्रतिनिधि मधुसुधन राजपुरोहित ने बताया कि निश्चित रूप से उड़सर ग्राम पंचायत की है यह पहल अन्य पंचायतों के लिए एक सीख है। वर्तमान में बेरोजगारी देश की सबसे बड़ी समस्या है । वही विकास अधिकारी दुर्गारम पारीक ने बताया कि पंचायत की इस पहल की हमारी ओर से भी हर संभव मदद की जाएगी। साथ ही अन्य पंचायतों में भी इसको लागू करने का प्रयास किया जाएगा। ताकि अन्य पंचायतों के युवाओं को भी इसका लाभ मिल सके और गांव का युवा अपनी प्रतिभा को निखार सके।